Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2021 · 1 min read

किताब

यह किताबें हैं जो सच्ची साथी है
सुख-दुख कि वह साथी है ,मन की वह बाती है
यह किताब है जो कभी हंसाती है तो कभी रुलाती है
इन किताबों में छिपा दर्द भी तो छिपी खुशी भी है
यह किताबें मन की हर बात कह जाती है
यह किताबें हैं जो सच्ची साथी है
इन किताबों के पन्नों को पलट ती मैं, तो होती बया यह दर्द भी
छिपा है दर्द भी तो छिपी वह तड़प भी
जो जुबान से ना हो बंया तो यह किताबें करती है वह बंयाभी
ना बनी यह अमीरों के लिए ना बनी गरीबों के लिए
यह तो है समान सबके लिए
जिसने यह पा लिया यह ज्ञान का सागर
वह छू ले आसमान भरले अपने सपनों की उड़ान
इन किताबों में छुपा है राधे कृष्ण का प्रेम रास
इसमें छुपी मीरा की वह तड़प वह आस
इन किताबों में लिखी रामायण महाभारत वह वेद पुराण
और गीता का ज्ञान कुरान की आयान
किताबें वह जिसे शब्दों से बयां की जाती है
शब्दों में वह ताकत है जिससे वह किताबें बन जाती है
किताब सबसे सच्चा साथी है
वह सुख दुख की वह साथी है वह मन की बाती है!

Language: Hindi
1 Like · 491 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिंदी से बेहतर कोई जबान नहीं
हिंदी से बेहतर कोई जबान नहीं
Dr Mukesh 'Aseemit'
3471🌷 *पूर्णिका* 🌷
3471🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
gurudeenverma198
।।
।।
*प्रणय*
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
कौन‌ है, राह गलत उनको चलाता क्यों है।
कौन‌ है, राह गलत उनको चलाता क्यों है।
सत्य कुमार प्रेमी
*झूठा  बिकता यूँ अख़बार है*
*झूठा बिकता यूँ अख़बार है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
कविता :- दुःख तो बहुत है मगर.. (विश्व कप क्रिकेट में पराजय पर)
कविता :- दुःख तो बहुत है मगर.. (विश्व कप क्रिकेट में पराजय पर)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शिव स्तुति महत्व
शिव स्तुति महत्व
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
.
.
Ragini Kumari
नेता पक रहा है
नेता पक रहा है
Sanjay ' शून्य'
"मानव-धर्म"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं
अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं
Suryakant Dwivedi
है शामिल
है शामिल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चार यार
चार यार
Bodhisatva kastooriya
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
VINOD CHAUHAN
मानस हंस छंद
मानस हंस छंद
Subhash Singhai
गीत
गीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
शेखर सिंह
"भुला ना सके"
Dr. Kishan tandon kranti
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
Sonam Puneet Dubey
मन की चाहत
मन की चाहत
singh kunwar sarvendra vikram
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
Kya ajeeb baat thi
Kya ajeeb baat thi
shabina. Naaz
*इस धरा पर सृष्टि का, कण-कण तुम्हें आभार है (गीत)*
*इस धरा पर सृष्टि का, कण-कण तुम्हें आभार है (गीत)*
Ravi Prakash
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दादी की वह बोरसी
दादी की वह बोरसी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
Loading...