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5 Aug 2022 · 1 min read

किताब

किताब

आंखें बंद कर विश्वास कर लेते हैं,
धोखा अक्सर खा लेते हैं,
बर्दाश्त भी क्यु हर बार कर लेते हैं,
अक्ल ठिकाने आ जाए, वह किताब क्यु न पढ़ लेते हैं।।

सीमा टेलर, छिम़पीयान‌‌‌ लम्बोर, चुरू, राजस्थान

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 325 Views
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