किताबों में नहीं मिलता
हकीकत में नहीं देखा
वो ख्वाबों में नहीं मिलता
तेरा किरदार अद्भुत है
किताबों में नहीं मिलता
मुखौटे चेहरे पर लेकर
यहाँ मिलता है हर कोई
तू पहला शख्स है जो कि
नकाबों में नहीं मिलता
नयन से पी लिया जबसे
अभी तक बेखुदी में हूँ
नशा तेरी मोहब्बत सा
शराबों में नहीं मिलता
चुभा देता है नश्तर दिल में
अपने दर्द की खातिर
तू वो कांटा है जो अक्सर
गुलाबों में नहीं मिलता
बहीखाते में लिखना ध्यान से
आया-गया जो भी
गबन हो जाता है जो फिर
हिसाबों में नहीं मिलता
अगर तुम हो अलग सबसे
तो तुमसे कम नहीं हम भी
हमारे शौक का जर्रा
नवाबों में नहीं मिलता