किताबों का संसार
किताब हैं
ज्ञान का भंडार
किताबों में बसा हैं
घर संसार
इतिहास की गवाह हैं
ये किताबें
दादा दादी की बसी हैं
इसमें कहानियाँ
किताबों के बिना
सूना है संसार
व्यक्तित्व और
कृतित्व
का करतीं ये प्रचार
किताब का
आज बदल रहा है
रूप
ई किताब है
एक स्वरूप
पढ़े किताबें और
जीवन में उतारे
उनकी शिक्षा
तब होगे सफल
जीवन की
हर परीक्षा
स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल