किताबें
किताबें
मानव मन को आनंद से परिपूर्ण कर देती है किताबें
चिंतन का एक समंदर रोशन कर देती है किताबें
कल्पनाओं के सागर में हिलोरें मारने लगता है मन
खुद से खुद का परिचय करा देती हैं किताबें
अज्ञान रुपी अन्धकार को चीर , ज्ञान का आसमां रोशन कर देती हैं किताबें
कभी मित्र हो जातीं किताबें , कभी मार्गदर्शक हो जाती किताबें
कभी मनोरंजन का माध्यम हो जातीं, कभी चरित्र निर्माण का साधन हो जाती किताबें
कभी आदर्शों का एक कारवाँ सजा देती किताबें
कभी समंदर को चीरती लहरों के बीच पतवार हो जाती किताबें
कभी जिन्दगी का अलंकार , तो कभी संस्कारों का विस्तार हो जाती किताबें
कभी इंसानियत का परचम लहरातीं, तो कभी संस्कृति का आधार हो जाती किताबें
कभी धर्म का आधार हो जातीं , तो कभी धर्म का विस्तार हो जाती किताबें
कभी जीवन के उपवन में पुष्प बन खुशबू बिखेरती किताबें
तो कभी इतिहास के दर्शन का आधार हो जाती किताबें
कभी साधारण मानव को असाधारण मानव के रूप में परिणित कर देती किताबें
तो कभी जीवन को जीवन होने का बोध कराती किताबें