Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

कितनों की प्यार मात खा गई

कितनों की प्यार मात खा गई
क्योंकि बीच में जात आ गई,

गरीबों के मकान थोड़े कच्चे थे
और इतनी तेज बरसात आ गई,

दोनों को न चाहते बिछड़ना होगा ”
क्योंकि अब नौकरी पर बात आ गई…!!!

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
अव्दय
अव्दय
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
Keshav kishor Kumar
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
अतिथि देवो न भव
अतिथि देवो न भव
Satish Srijan
*हे शारदे मां*
*हे शारदे मां*
Dr. Priya Gupta
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
शेखर सिंह
यहां लोग-बाग अपने
यहां लोग-बाग अपने "नॉटिफिकेशन" तक तो देखते नहीं। औरों की पोस
*प्रणय प्रभात*
नमी आंखे....
नमी आंखे....
Naushaba Suriya
*घर में तो सोना भरा, मुझ पर गरीबी छा गई (हिंदी गजल)
*घर में तो सोना भरा, मुझ पर गरीबी छा गई (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
शौक-ए-आदम
शौक-ए-आदम
AJAY AMITABH SUMAN
माटी कहे पुकार
माटी कहे पुकार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आज की बेटियां
आज की बेटियां
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
2736. *पूर्णिका*
2736. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*
*"अवध में राम आये हैं"*
Shashi kala vyas
काबा जाए कि काशी
काबा जाए कि काशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो इबादत
वो इबादत
Dr fauzia Naseem shad
सफर सफर की बात है ।
सफर सफर की बात है ।
Yogendra Chaturwedi
The Saga Of That Unforgettable Pain
The Saga Of That Unforgettable Pain
Manisha Manjari
मोहक हरियाली
मोहक हरियाली
Surya Barman
हौसला अगर बुलंद हो
हौसला अगर बुलंद हो
Paras Nath Jha
स्थापित भय अभिशाप
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
रात
रात
sushil sarna
जमाने से विद लेकर....
जमाने से विद लेकर....
Neeraj Mishra " नीर "
नास्तिक सदा ही रहना...
नास्तिक सदा ही रहना...
मनोज कर्ण
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
Loading...