कितना है वह असहाय
कितना है वह असहाय
कमरतोड़ वह मेहनत करता
कर्जभार से नहीं उभरता
उसकी मेहनत की होती न गिनती
कोई नहीं सुनता उसकी विनती
थक जाता है करके सब उपाय
कितना है वह असहाय?
कितना है वह असहाय
कमरतोड़ वह मेहनत करता
कर्जभार से नहीं उभरता
उसकी मेहनत की होती न गिनती
कोई नहीं सुनता उसकी विनती
थक जाता है करके सब उपाय
कितना है वह असहाय?