कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल।
कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल।
चुटकी में हर गम हर लेता, मेरी माँ का आँचल।
सूनी आज निगाहें मेरी, बह गया आँखों का काजल,
कोई लौटा दे आज मुझे फिर, मेरा बचपन माँ का आँचल।
© सीमा अग्रवाल