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26 Feb 2023 · 1 min read

काश तुम

आखों की खामोशी को
काश तुम लबों से कह पाते
दिल की बात को
शब्दों से बया कर पाते
काश तुम

ये जिंदगी यू ही गुजर रही है मेरी
दर्द को जाम बनाकर पी पाते
काश तुम

जो आज तेरे कंधे पे सर रखके रो पाते
हम सोचते रहे और तुम
अरमानों के टूटे शीशे संभालते रहे
काश तुम

एक आइने में
हम अपना अक्स देख पाते
काश तुम वो आइना बन पाते
काश तुम

मांगी मेरी मुरादें खाली रह गई
चहरे से हसी जाती रही
खुशियां हमारी एक हो पाती
काश तुम

आखों की खामोशी को
काश तुम लबों से कह पाते

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 174 Views

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