Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jun 2024 · 1 min read

काश तुम आती मेरी ख़्वाबों में,

काश तुम आती मेरी ख़्वाबों में,
मैं कभी नींद से जागता ही नहीं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

1 Like · 19 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संवेदना...2
संवेदना...2
Neeraj Agarwal
"बेहतर यही"
Dr. Kishan tandon kranti
कजरी लोक गीत
कजरी लोक गीत
लक्ष्मी सिंह
जल्दी-जल्दी  बीत   जा, ओ  अंधेरी  रात।
जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात।
गुमनाम 'बाबा'
बड़े दिलवाले
बड़े दिलवाले
Sanjay ' शून्य'
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
"एक सुबह मेघालय की"
अमित मिश्र
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
Rituraj shivem verma
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
Madhuyanka Raj
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
Neelam Sharma
एक नयी रीत
एक नयी रीत
Harish Chandra Pande
तेरे ख़्याल में हूं
तेरे ख़्याल में हूं
Dr fauzia Naseem shad
"गुमनाम जिन्दगी ”
Pushpraj Anant
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
ruby kumari
गर गुलों की गुल गई
गर गुलों की गुल गई
Mahesh Tiwari 'Ayan'
दान की महिमा
दान की महिमा
Dr. Mulla Adam Ali
"परिवार एक सुखद यात्रा"
Ekta chitrangini
आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना
आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
प्रिंसिपल सर
प्रिंसिपल सर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
Pratibha Pandey
अगर मैं गलत हूं तो सही कौन है,अगर तू सही है तो गलत कौन है
अगर मैं गलत हूं तो सही कौन है,अगर तू सही है तो गलत कौन है
पूर्वार्थ
#विभाजन_दिवस
#विभाजन_दिवस
*प्रणय प्रभात*
घनघोर इस अंधेरे में, वो उजाला कितना सफल होगा,
घनघोर इस अंधेरे में, वो उजाला कितना सफल होगा,
Sonam Pundir
2679.*पूर्णिका*
2679.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
Rj Anand Prajapati
जय श्री गणेशा
जय श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तुम और तुम्हारा झुमका-एक विमर्श
तुम और तुम्हारा झुमका-एक विमर्श
Awadhesh Singh
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
"मित्रों के पसंदों को अनदेखी ना करें "
DrLakshman Jha Parimal
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
Loading...