काश जिंदगी मेरी एक चित्रावली होती
काश जिंदगी मेरी एक चित्रावली (एल्बम) होती….
देख सकता मैं उन तस्वीरों को
कब थोड़ी ख़ुशी मिली थी कब दिल रोया था
काश जिंदगी मेरी एक चित्रावली (एल्बम) होती…..
हटा सकता मैं उन तस्वीरों को
जिन्होंने मुझे रुलाया हैं
जोड़ता कुछ नहीं तस्वीरें
जिन्होंने मुझे हसाया हैं
हिसाब तो लगा पाता आसानी से
कितना खोया कितना पाया हैं?
काश जिंदगी मेरी एक चित्रावली (एल्बम) होती……
वक़्त से आंखे चुरा कर पीछे चला जाता
जिंदगी के अरमानों को
फिर से तस्वीरों से सजाता
कुछ पल के लिए
मैं फिर मुस्कुराता
काश जिंदगी मेरी एक चित्रावली (एल्बम) होती……
– कृष्ण सिंह
मेरे बारे में….
मेरा नाम “कृष्ण सिंह” है । मैं सरकारी जॉब में हूँ । हरियाणा के रेवाड़ी जिले के छोटे से गांव में रहता हूँ । कविता अपने लिये लिखता हूं, लेकिन औरों से बाटने में आनन्द की अनुभूति होती है । प्रथम कविता 02 फरवरी 2022 में अमर उजाला अखबार के “मेरे अल्फ़ाज़” ब्लॉग में “कुछ कहने का दिल है आज बहुत दिनों के बाद” शीर्षक से प्रकाशित हुई है। तभी से लिखने की एक नई दिशा मिली हैं । आपके अमुल्य प्रतिकिया के सदैव इन्तजार में… कृष्ण सिंह’…. आप मुझसे बात यहाँ कर सकते …. आप चाहे तो अपना नाम और e-mail id भी दे सकते है ।