काशी से आगे(मुक्तक)
काशी से आगे(मुक्तक)
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सुन्दर घाट बनें कोसी के तट पर सपना लाएँ
नगर रामपुर को बराबरी पर काशी के पाएँ
कोसी में निर्मल जल-धारा बहती रहे निरंतर
पिएँ नदी का जल रोजाना उसमें खूब नहाएँ
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451