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11 May 2022 · 1 min read

काव्य संग्रह से

मुझे बहुत अच्छा लगता है
उसे कसकर पकड़ लेना
कभी होठों को चूम लेना
शर्माती हुई निगाहों को देख कर
उसकी सारी जरूरत को पढ़ लेना
——-
“इलाहाबाद मेरा इश्क अधूरा है” काव्य संग्रह से
…. ऋषि कुमार ‘प्रभाकर’

Language: Hindi
869 Views
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