~~~~ काल की बहती हवा मे ~~~~
काल की बहती हवा मे ,
एक सच्चा बेटा जा रहा है ,
भारत माता की वो सन्तान ,
जिसके लिए दुनिया रो रही है !
काल की बहती हवा मे ,
अमर गीत गा रहा है ,
जिस मातृभूमि ने ,
पैदा कि वो रो रही है !
काल की बहती हवा मे ,
तारे तिलमिला रहे है ,
जिसकी रोशनी से अटल ,
अजर अमर हो गये है ,
काल की बहती हवा मे ,
पेङ पौधे सूख रहे है ,
जिसकी छाँव मे अटल ,
कविता की रचना कर रहे थे ,