काले तिल
मुख मंडल पर काले तिल की बातें अजब निराली है,
लगता है मानो ईश्वर ने उनकी नज़र उतारी है।
प्रेम छलकते चंचल नयनो पर वो भी बलिहारी है,
कैसे कह दूँ उनकी सूरत कितनी प्यारी प्यारी है।।
-अशोक शर्मा.
मुख मंडल पर काले तिल की बातें अजब निराली है,
लगता है मानो ईश्वर ने उनकी नज़र उतारी है।
प्रेम छलकते चंचल नयनो पर वो भी बलिहारी है,
कैसे कह दूँ उनकी सूरत कितनी प्यारी प्यारी है।।
-अशोक शर्मा.