काला कौआ
सब कहते तन मन का काला
कौआ है ना भोला भाला
कर्कश कितनी इसकी वाणी
एक आंख भी इसकी कानी
प्यासा कौआ पढ़ी कहानी
आई सामने बुद्धिमानी
पुरखे आते जब धरती पर
जीमा करते कौए घर घर
सुबह अगर ये बोले छत पर
आता है तब कोई घर पर
कौए में भी है अच्छाई
इतना बुरा न समझो भाई
10-04-2018
डॉ अर्चना गुप्ता