Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2024 · 1 min read

कालः परिवर्तनीय:

कालः परिवर्तनीय:
मनुष्यः परिवर्तय
वक़्त बदलते ही इंसान बदल जाता है

3 Likes · 250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"हँसिया"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅आज का विज्ञापन🙅
🙅आज का विज्ञापन🙅
*प्रणय*
कलयुग और सतयुग
कलयुग और सतयुग
Mamta Rani
मैंने देखा है
मैंने देखा है
Bindesh kumar jha
तुम्हारी चाय
तुम्हारी चाय
Dr. Rajeev Jain
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
Rj Anand Prajapati
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Seema gupta,Alwar
आज़ादी!
आज़ादी!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
नौकरी
नौकरी
Aman Sinha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Seema Garg
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
शेखर सिंह
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
Mohan Pandey
रंगों का त्योहार होली
रंगों का त्योहार होली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नरसिंह अवतार विष्णु जी
नरसिंह अवतार विष्णु जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
लाइब्रेरी की दीवारों में गूंजता जुनून,सपनों की उड़ान का है य
लाइब्रेरी की दीवारों में गूंजता जुनून,सपनों की उड़ान का है य
पूर्वार्थ
ग़ज़ल _ हाले दिल भी खता नहीं होता ।
ग़ज़ल _ हाले दिल भी खता नहीं होता ।
Neelofar Khan
पुरखों की याद🙏🙏
पुरखों की याद🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अक्सर ये ख्याल सताता है
अक्सर ये ख्याल सताता है
Chitra Bisht
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
Ram Krishan Rastogi
घाव
घाव
अखिलेश 'अखिल'
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
2988.*पूर्णिका*
2988.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
थोङा कड़वा है मगर #लङकियो के लिए सत्य है ।
थोङा कड़वा है मगर #लङकियो के लिए सत्य है ।
Rituraj shivem verma
सजग  निगाहें रखा करो  तुम बवाल होंगे।
सजग निगाहें रखा करो तुम बवाल होंगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
surenderpal vaidya
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
कवि दीपक बवेजा
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
Shweta Soni
होली
होली
Dr Archana Gupta
Loading...