कार्यकर्ता (गीत)
कार्यकर्ता (गीत)
#कार्यकर्ता_गीत #रवि_प्रकाश #raviprakash
?????
तख्तियाँ लेकर चले , बेगार के मजदूर हम
(1)
कार्यकर्ता – भर रहे , सिद्धांत को जीते रहे
आदर्श का अनमोल ,अमृत उम्र भर पीते रहे
नीतियों के प्रति रहे , अर्पित सदा भरपूर हम
तख्तियाँ लेकर चले , बेगार के मजदूर हम
(2)
राह में काँटे मिले या कंकड़ों का पथ मिला
प्यास थी कब स्वर्ण की,कोई नहीं शिकवा-गिला
स्वप्न में जीते रहे , मानो नशे में चूर हम
तख्तियाँ लेकर चले , बेगार के मजदूर हम
(3)
हम न नेता ,हम न मंत्री ,हम न मंचों पर सजे
जब मिली सत्ता कभी , पाए नहीं कोई मजे
जी – हजूरी का कभी , गाते नहीं दस्तूर हम
तख्तियाँ लेकर चले , बेगार के मजदूर हम
_______________________________
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451