कायल
किसी ने गीत लिखे
किसी ने कविता कही
किसी ने शेर सुनाए
अलग अलग बयार बही
मन हुआ मेरा भी कुछ लिखूँ
मन के उदगार किसी से कहूँ
कोई मेरी कलम की ताकत बने
प्यार किसी का स्याही बन बहे
मैं कायल हूँ आपकी रचनाओं का
कद्र करता हूँ आपकी भावनाओं का
मेरा भी मुझे कोई कद्र दान मिले
मिल कर सभी मुझको अपनाओ ना
वीर कुमार जैन
29 अगस्त 2021