कायम रखें उत्साह
जब मन को किसी प्रश्न का
कभी नहीं मिलता कोई हल
ऐसे में मन अधिकांश का
हो जाया करता है विकल
अत्यधिक सोच की दशा में
मन में उत्पन्न होता है तनाव
विकल्पहीनता पैदा करती
है मन में उलझन के भाव
जब किसी मुद्दे पर अटके
मानस के सभी तंतु, तार
ठंडा पानी पीकर कीजिए
स्व विवेक से पुनः विचार
कुछ क्षण में आपको मिल
जाएगी कोई न कोई राह
बशर्ते आप मन को संयत
करके कायम रखें उत्साह