काम के दोहे,
घर में यदि व्यंजन बने, रखो पड़ोसी ध्यान,
सुख मिलता है सौ गुना, बनती निज पहिचान |
मन में आये माँग कर, वाहन सुख का ख्याल,
ईधन पूरा भरा कर, लौटाओ तत्काल |
घर में यदि व्यंजन बने, रखो पड़ोसी ध्यान,
सुख मिलता है सौ गुना, बनती निज पहिचान |
मन में आये माँग कर, वाहन सुख का ख्याल,
ईधन पूरा भरा कर, लौटाओ तत्काल |