कान्हा
🦚
कान्हाँ
*******
तुम्हारी छवि मनोहर है पिताम्बर धारने वाले ,
हृदय को मोह लेते हैं तुम्हारे केश घुँघराले,
विराजें राधिका प्यारी तुम्हारे संग में कान्हाँ ।
नजर कर लो हमारी ओर भी ओ बाँसुरी वाले !
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
***
🪷🪷🪷