Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

मोहन वापस आओ

राधा व्याकुल बिना तुम्हारे, कान्हा नहीं सताओ
देख रही हूं राह तुम्हारी, जल्दी वापस आओ

साँस -साँस में बसता नाम तुम्हारा है
जन्म -जन्म का देखो प्यार हमारा है
जब भी तुमसे बंशी की धुन सुनती हूँ
खोकर उसमें अनगिन सपने बुनती हूँ
मेरे पास जरा सा बैठो,बंशी मधुर सुनाओ
देख रही हूं राह तुम्हारी, जल्दी वापस आओ

यादों की गंगा में हर पल बहती हूँ
बस तुमसे ही बातें करती रहती हूँ
बिना तुम्हारे राधा सदा अधूरी है
सही नहीं जाती अब मुझसे दूरी है
मैं तुममें खो जाऊँ आओ ,तुम मुझमें खो जाओ
देख रही हूं राह तुम्हारी, जल्दी वापस आओ

गोप -गोपियाँ याद तुम्हें बस करते हैं
सबकी आँखों से आँसू ही झरते हैं
कैसे मात यशोदा को मैं समझाऊँ
पीर नंद बाबा की कैसे दिखलाऊँ
सबको अपना दर्श दिखाकर,नव जीवन दे जाओ
देख रही हूं राह तुम्हारी, जल्दी वापस आओ

बुझे -बुझे दिन काली -काली रातें हैं
सन्नाटा है मौन हो गई बातें हैं
बिना तुम्हारे सूनी -सूनी हैं गलियाँ
भूल गई हैं खिलना भी अब तो कलियाँ
रूठे सूरज चाँद सितारे , तुम ही इन्हें मनाओ
देख रही हूं राह तुम्हारी, जल्दी वापस आओ

डॉ अर्चना गुप्ता
08.06.2024

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
संकल्प
संकल्प
Davina Amar Thakral
काश असल पहचान सबको अपनी मालूम होती,
काश असल पहचान सबको अपनी मालूम होती,
manjula chauhan
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
Harminder Kaur
बेशक मां बाप हर ख़्वाहिश करते हैं
बेशक मां बाप हर ख़्वाहिश करते हैं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बड़े ही फक्र से बनाया है
बड़े ही फक्र से बनाया है
VINOD CHAUHAN
सबका नपा-तुला है जीवन, सिर्फ नौकरी प्यारी( मुक्तक )
सबका नपा-तुला है जीवन, सिर्फ नौकरी प्यारी( मुक्तक )
Ravi Prakash
रंग जीवन के
रंग जीवन के
kumar Deepak "Mani"
"सरल गणित"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
पिता के पदचिह्न (कविता)
पिता के पदचिह्न (कविता)
गुमनाम 'बाबा'
जबकि तड़पता हूँ मैं रातभर
जबकि तड़पता हूँ मैं रातभर
gurudeenverma198
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
यही जीवन है
यही जीवन है
Otteri Selvakumar
जिसने अपनी माँ को पूजा
जिसने अपनी माँ को पूजा
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Neeraj Agarwal
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
Hard work is most important in your dream way
Hard work is most important in your dream way
Neeleshkumar Gupt
शहीदों लाल सलाम
शहीदों लाल सलाम
नेताम आर सी
■ सकारात्मक तिथि विश्लेषण।।
■ सकारात्मक तिथि विश्लेषण।।
*प्रणय प्रभात*
2719.*पूर्णिका*
2719.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में
कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में
Dr Manju Saini
हर कोई समझ ले,
हर कोई समझ ले,
Yogendra Chaturwedi
कुछ टूट गया
कुछ टूट गया
Dr fauzia Naseem shad
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बदल गए तुम
बदल गए तुम
Kumar Anu Ojha
কুয়াশার কাছে শিখেছি
কুয়াশার কাছে শিখেছি
Sakhawat Jisan
याद करेगा कौन फिर, मर जाने के बाद
याद करेगा कौन फिर, मर जाने के बाद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरे होंठों पर
मेरे होंठों पर
Surinder blackpen
Loading...