Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2021 · 1 min read

कानून में फांसी।

हमारे भारतीय संविधान में फांसी की सजा जघन्य अपराधियों को दी जाती है। फांसी की सजा से क्या तात्पर्य हो सकता है। क्या अपराधों में कमी आयेगी।या जनता में भय पैदा करेगा। किसी भी अपराधी को फांसी देना ! क्या यह अपराध नहीं है! अगर किसी कारण वश कोई भी व्यक्ति अपराध करता है।तब उसे मौत की सजा सुनाई जाती है।यह तो पहले से थी गई सजा है। मौत तो ईश्वर ने पहले से तय कर दी है। फिर कानून मौत की सजा क्यों सुनाता है।जो कि सजा का रूप नही है। फिर हम कौन होते हैं। किसी का जीवन छीने। आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।उसे अपने किये गये कर्मों पर पश्चाताप करना भी सजा हो सकती है।और जीवन भर यह सन्देश दे सकेगा कि कोई यह अपराध नहीं करना मौत की सजा क्या सन्देश दे सकतीं हैं।अगर मानव धर्म के एक पहलू पर नजर डाली जाए तो, मौत की सजा नही दी जा सकती है।यह एक अमानवीय व्यवहार है।मानव धर्म के लिए एक दूसरा पहलू खड़ा करता है।कि सजा देने वाले जज साहब के सामने किसी अपराधी को फांसी पर लटकाया जाये ।तब शायद दूसरी बार यह सजा नही देयगा।

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Comment · 236 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
Monika Arora
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
दिल के कोने में
दिल के कोने में
Surinder blackpen
आसमान से अब मत पूछो,
आसमान से अब मत पूछो,
Bindesh kumar jha
रात
रात
sushil sarna
2800. *पूर्णिका*
2800. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
AE888 - TRANG CHỦ AE888 CHÍNH THỨC✔️ MOBILE
AE888 - TRANG CHỦ AE888 CHÍNH THỨC✔️ MOBILE
AE888
*पृथ्वी दिवस*
*पृथ्वी दिवस*
Madhu Shah
" कैसा हूँ "
Dr Mukesh 'Aseemit'
"शिक्षा"
Dr. Kishan tandon kranti
1🌹सतत - सृजन🌹
1🌹सतत - सृजन🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
खुद की एक पहचान बनाओ
खुद की एक पहचान बनाओ
Vandna Thakur
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
Taj Mohammad
ऐ दिल सम्हल जा जरा
ऐ दिल सम्हल जा जरा
Anjana Savi
देव प्रबोधिनी एकादशी
देव प्रबोधिनी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शीर्षक - पानी
शीर्षक - पानी
Neeraj Agarwal
Adha's quote
Adha's quote
Adha Deshwal
तुमने की दग़ा - इत्तिहाम  हमारे नाम कर दिया
तुमने की दग़ा - इत्तिहाम  हमारे नाम कर दिया
Atul "Krishn"
* ज्योति जगानी है *
* ज्योति जगानी है *
surenderpal vaidya
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
किसी भी दीद
किसी भी दीद
Dr fauzia Naseem shad
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
Ranjeet kumar patre
..........?
..........?
शेखर सिंह
।।
।।
*प्रणय*
Where is love?
Where is love?
Otteri Selvakumar
लोगों के दिलों में,
लोगों के दिलों में,
नेताम आर सी
*रिमझिम-रिमझिम बारिश यह, कितनी भोली-भाली है (हिंदी गजल)*
*रिमझिम-रिमझिम बारिश यह, कितनी भोली-भाली है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कभी कभी प्रतीक्षा
कभी कभी प्रतीक्षा
पूर्वार्थ
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
""बहुत दिनों से दूर थे तुमसे _
Rajesh vyas
Loading...