कागज और कलम?
कागज और कलम से कुछ ने, छू लिया आकाश। पर !हम कागज और कलम से निकाल रहे भड़ास।।उड़ना चाहता हूं गगन में,पंख नही है पास। लेकिन मन न माने कभी करता रहें प्रयास।। आत्मा की आवाज तो सुनने का,करो प्रयास। विजय होगी एक दिन, ऐसा रखो विश्वास।।
कागज और कलम से कुछ ने, छू लिया आकाश। पर !हम कागज और कलम से निकाल रहे भड़ास।।उड़ना चाहता हूं गगन में,पंख नही है पास। लेकिन मन न माने कभी करता रहें प्रयास।। आत्मा की आवाज तो सुनने का,करो प्रयास। विजय होगी एक दिन, ऐसा रखो विश्वास।।