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26 Dec 2022 · 1 min read

कांच की तरह

हादसों को बस हादसा समझो,
खत्म ज़िन्दगी का सवाल मत समझो ।
टूट कर जो फिर से जुड़ न सके,
कांच की तरह अपना किरदार मत समझो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
10 Likes · 429 Views
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