क़लम की ताकत
. कविता
====== क़लम की ताकत
जिसने जानी क़लम की ताकत
उससे करें कौन बगावत
जो भी टकराया कलम से
उसकी आ जाती है सामत
क़लम की ताकत जज से पूछो
क़लम की ताकत शिक्षक से पूछो
कलम की ताकत पुछो दरोगा से
क़लम की ताकत बनिए से पूछो
क़लम की ताकत मंत्री से पूछो
क़लम की ताकत संतरी से पूछो
क़लम की ताकत पत्रकार से पूछो
क़लम की ताकत पूछो कवि से
क़लम की ताकत स्वयं से पूछो
इसी क़लम ने कालीदास से अभिज्ञान शाकुन्तलन लिखवाया
इसी क़लम ने रविदास से
पाखंडवाद पर प्रहार कराया
इसी क़लम ने न्यूटन -भावा -आंइंसटीन और कलाम बनाया
इसी क़लम ने बहुजनो को गुलामी से आजाद कराया
इसी क़लम ने अम्बेडकर से भारत का संविधान लिखाया
जिसने समझी क़लम की ताकत
इसने उसको है चमकाया
सही क़लम से सही फ़ैसले
ये भी तो कलम ने सिखाया
तीर, तमंचे, तोप और तलवारें
ये सब भी है क़लम से हारे।
मेरी भी पहचान बनीं है
सागर इस क़लम के ही सहारे।।
जो ना क़लम का मान है रखता।
वो बस दो कोड़ी में बिकता ।।
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जनकवि/ बेखौफ शायर
डॉ.नरेश कुमार “सागर”
(इंटरनेशनल साहित्य अवार्ड से सम्मानित)
9149087291
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