कह न पाए
१-वो बातें अकसर घायल करती रही!
चाह कर भी न कह पाए जो हम कभी!!
२-मिलकर भी रह जाती हैं कुछ तो हसरतें बाकि!
तुम बार बार यूं हमें दिल से पुकारा न करो!!
१-वो बातें अकसर घायल करती रही!
चाह कर भी न कह पाए जो हम कभी!!
२-मिलकर भी रह जाती हैं कुछ तो हसरतें बाकि!
तुम बार बार यूं हमें दिल से पुकारा न करो!!