कहो वह कौन आता है?
कहो वह कौन आता है?
जिसे इतिहास ने मुड़कर,
कहा सौ बार, आ जाओ,
हाँ, वह कौन है जिसकी,
बाधाएँ चुमती पग हैं?
जिसको देखने आँखें,
मचल उठती हैं सौ-सौ बार?
वह कौन है, जिसके
इशारे पर चला संसार ?
हटाने जग का अँधियारा,
कहो वह कौन आता है?
जहाँ लाखों के दर्शन हैं,
वहाँ कोई एक ही ऐसा
जिसे है दीखता सब जग,
जिसे सब जग दिखाता है।
हाँ, वह युगपरिवर्तक है ,
जिसे इतिहास गाता है।
वही, इतिहास को, अपने
इशारों पर नचाता है।
कहो वह कौन आता है?
न रखता भेद वर्गों का
गले सबको लगाता है
भटके पन्थियों को जो
सच्चा पथ दिखाता है।
करे वन्दन न क्यों इतिहास
पड़े क्यों पैर न उसके
लिए घूमता पीयूष-घट जो,
चरण-धूलि न उसके?