Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2024 · 1 min read

कहूँ तो कैसे कहूँ –

कैद पिंजरे में दिन और रात, कहूँ तो कैसे कहूँ,
कैद कर दिए हैं जज्बात ,कहूँ तो कैसे कहूँ !
हक़ है हमें भी फिजा की खुली साँसो का ,
निरी इंसानियत की बात ,कहूँ तो कैसे कहूँ !
दिल में बस उसी के ख़्यालात, कहूँ तो कैसे कहूँ,
बीते दो पल की मुलाकात, कहूँ तो कैसे कहूँ !
इल्जाम बेबफाई का हम पर लगा कर ‘असीमित ‘
दुनिया करे सवालात ,कहूँ तो कैसे कहूँ !
डॉ मुकेश ‘असीमित’

47 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
स्नेह
स्नेह
Shashi Mahajan
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
Rekha khichi
6. शहर पुराना
6. शहर पुराना
Rajeev Dutta
दीवारों की चुप्पी में राज हैं दर्द है
दीवारों की चुप्पी में राज हैं दर्द है
Sangeeta Beniwal
डरना नही आगे बढ़ना_
डरना नही आगे बढ़ना_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
वार्तालाप
वार्तालाप
Pratibha Pandey
सु
सु
*प्रणय प्रभात*
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
शक्तिशाली
शक्तिशाली
Raju Gajbhiye
घूँघट घटाओं के
घूँघट घटाओं के
singh kunwar sarvendra vikram
आप केवल सही या केवल गलत नहीं होते हैं. अक्सर आप दोनों एक साथ
आप केवल सही या केवल गलत नहीं होते हैं. अक्सर आप दोनों एक साथ
पूर्वार्थ
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नजरअंदाज करने के
नजरअंदाज करने के
Dr Manju Saini
जिंदगी को बोझ मान
जिंदगी को बोझ मान
भरत कुमार सोलंकी
2689.*पूर्णिका*
2689.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
याचना
याचना
Suryakant Dwivedi
संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
"कैसा सवाल है नारी?"
Dr. Kishan tandon kranti
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
There is no fun without you
There is no fun without you
VINOD CHAUHAN
जीवन की विफलता
जीवन की विफलता
Dr fauzia Naseem shad
जाने कैसे आँख की,
जाने कैसे आँख की,
sushil sarna
कभी जब आपका दीदार होगा
कभी जब आपका दीदार होगा
सत्य कुमार प्रेमी
स्वार्थ
स्वार्थ
Neeraj Agarwal
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...