Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

कही अनकही

वे शब्द जो मैंने कहे नहीं, वे गीत जो तुमने सुने नहीं
तुम मन अधरों से छू देना सारे मुखरित हो जाएंगे

कल को यह देह रही न रही पर गीत रहेंगे सदा यहीं
तुम इनको अपना स्वर देना शव भी जीवित हो जाएंगे

अव्यक्त भाव की भाषा की अभिव्यक्ति अक्षर होते हैं
जो गीत कंठ से ना निकले वे सबसे सुंदर होते हैं
हम नयन मूंद लेंगे अपने तुम अंतर पट खोले रखना
ये तेरे नूपुर की रुनझुन धुन से गुंजित हो जाएंगे

होंगे तन से अति दूर किंतु प्राणों से प्राण निकट होंगे
तब सहसा वे अनसुने राग अनगाये गीत प्रकट होंगे
तुम नितांत हो मौन मात्र लय में अनहद की खो जाना
ना जाने कितने विरस सुमन कानन विकसित हो जाएंगे

Language: Hindi
1 Like · 224 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
मोहित शर्मा ज़हन
चिंतन
चिंतन
Dr.Pratibha Prakash
हैवानियत के पाँव नहीं होते!
हैवानियत के पाँव नहीं होते!
Atul "Krishn"
ये रब की बनाई हुई नेमतें
ये रब की बनाई हुई नेमतें
Shweta Soni
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
शिव प्रताप लोधी
जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है।
जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
ज़िंदगी की दौड़
ज़िंदगी की दौड़
Dr. Rajeev Jain
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"रक्षाबंधन"
Shashi kala vyas
"आँसू "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
Neelofar Khan
मन से भी तेज ( 3 of 25)
मन से भी तेज ( 3 of 25)
Kshma Urmila
मैं बड़ा ही खुशनसीब हूं,
मैं बड़ा ही खुशनसीब हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
🙅अजब संयोग🙅
🙅अजब संयोग🙅
*प्रणय प्रभात*
दर्द
दर्द
SHAMA PARVEEN
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
लोग वहाॅं पर मेरा इंतज़ार कर रहे हैं...
लोग वहाॅं पर मेरा इंतज़ार कर रहे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
राम : लघुकथा
राम : लघुकथा
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
सारे रिश्तों से
सारे रिश्तों से
Dr fauzia Naseem shad
രാവിലെ മുതൽ
രാവിലെ മുതൽ
Otteri Selvakumar
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"पसंद और प्रेम"
पूर्वार्थ
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
Loading...