Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2024 · 1 min read

मकर संक्रांति

कहीं हैं धूम लोहड़ी की कहीं बिहू की रौनकें हैं
कहीं कहते इसे खिचड़ी कहीं घुघुतिया कहते हैं
करता है प्रवेश जब मकर राशि में दिनकर तब
कहीं पोंगल इसे तो कहीं उत्तरायण भी कहते हैं

शुभ मकर संक्रांति।

संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश
9425822488

170 Views
Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
View all

You may also like these posts

तिरस्कार
तिरस्कार
rubichetanshukla 781
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं...
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं...
Vaibhavwrite..✍️
बात हुई कुछ इस तरह, उनसे मेरी यार ।
बात हुई कुछ इस तरह, उनसे मेरी यार ।
sushil sarna
प्रियवर
प्रियवर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
3177.*पूर्णिका*
3177.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सु
सु
*प्रणय*
तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है
तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है
शेखर सिंह
शूर
शूर
अवध किशोर 'अवधू'
वो, मैं ही थी
वो, मैं ही थी
शशि कांत श्रीवास्तव
ये विज्ञान हमारी शान
ये विज्ञान हमारी शान
Anil Kumar Mishra
प्रेम में मिट जाता है, हर दर्द
प्रेम में मिट जाता है, हर दर्द
Dhananjay Kumar
"देश-हित"
Dr. Kishan tandon kranti
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
Lakhan Yadav
सत्य की राह
सत्य की राह
Seema gupta,Alwar
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
अवध मे राम आए है
अवध मे राम आए है
dr rajmati Surana
मिट्टी का बदन हो गया है
मिट्टी का बदन हो गया है
Surinder blackpen
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
गीता सार
गीता सार
Rajesh Kumar Kaurav
*नई समस्या रोजाना ही, जीवन में आ-आ जाती है (राधेश्यामी छंद)*
*नई समस्या रोजाना ही, जीवन में आ-आ जाती है (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
प्रेम.... मन
प्रेम.... मन
Neeraj Agarwal
मुझे भाता है
मुझे भाता है
हिमांशु Kulshrestha
जय हो जनता राज की
जय हो जनता राज की
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
हाथ पसारने का दिन ना आए
हाथ पसारने का दिन ना आए
Paras Nath Jha
हर पल
हर पल
Davina Amar Thakral
"अनुरोध"
DrLakshman Jha Parimal
जब तक हम जिंदा यहाँ पर रहेंगे
जब तक हम जिंदा यहाँ पर रहेंगे
gurudeenverma198
अपना दिल तो ले जाओ जो छोड़ गए थे
अपना दिल तो ले जाओ जो छोड़ गए थे
Jyoti Roshni
सरसी
सरसी
Dr.VINEETH M.C
केजरू
केजरू
Sanjay ' शून्य'
Loading...