कहीं मिल जाए
रूह को सिल दे वो धागा कहीं मिल जाए
ख़्वाबों को उड़ान दे वो पंख कहीं मिल जाए
दिल को जगह दे वो पनाह कहीं मिल जाए
तो ज़िंदगी में सुकून आ जाए ……
रूह को सिल दे वो धागा कहीं मिल जाए
ख़्वाबों को उड़ान दे वो पंख कहीं मिल जाए
दिल को जगह दे वो पनाह कहीं मिल जाए
तो ज़िंदगी में सुकून आ जाए ……