कहा किसी ने आ मिलो तो वक्त ही नही मिला।।
कहा किसी ने आ मिलो तो वक्त ही नही मिला।।
किसी के दर्द बाट लो तो और अपना दर्द कह दू की वक्त ही नही मिला।।
सोचा प्रेम मिला ही दोस्ती बनी ही निभा लू तो वक्त ही नही मिला।।
जो चाहा लिखूं कभी तो वक्त ही नही मिल।।
आराम करना चाहाऔर वक्त बाटना चाहा अपनी के साथ तो वक्त ही नही मिला।।
मां बाप को में वक्त हु तो वक्त ही नही मिला।।
जिंदगी को पाने के सुरू ने लगा,सोचा देख लू जिंदगी वक्त ही नही मिला।।
देखू रिश्तों के सफर को तो वक्त ही नही मिला।।
सेहत गिर रही थी तब मुझको कहा सारे काम छोड़ दो किसी dr से वक्त लो तो वक्त ही नही मिला।।
कामों की कतार है जो जेहन पर सवार है पिछले जो समेट हु फेहरिस्त नई तैयार है कैसे सब खतम करू की वक्त ही नही मिला।।
कैसे बनेगी बात फिर , की उम्र सब गुजार दी पर वक्त ही मिला नही ।।
तो ये वक्त ये कहा गया,की वक्त ही नही मिला।।