Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2022 · 1 min read

कहानी को नया मोड़

फिर कहीं और मुझे जोड़ दिया है
अब कहानी को नया मोड़ दिया है
खुद मुझे छोड़ गया आज मिरा यार
ठीकरा सर पे मिरे फोड़ दिया है

Language: Hindi
2 Likes · 421 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
यह शहर पत्थर दिलों का
यह शहर पत्थर दिलों का
VINOD CHAUHAN
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय प्रभात*
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
सत्य कुमार प्रेमी
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
Shyam Sundar Subramanian
गुजरा ज़माना
गुजरा ज़माना
Dr.Priya Soni Khare
क्यों जीना है दहशत में
क्यों जीना है दहशत में
Chitra Bisht
नए साल का सपना
नए साल का सपना
Lovi Mishra
*शिक्षा-संस्थाओं में शिक्षणेतर कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूम
*शिक्षा-संस्थाओं में शिक्षणेतर कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूम
Ravi Prakash
*
*"माँ वसुंधरा"*
Shashi kala vyas
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
Manisha Manjari
शीर्षक – शुष्क जीवन
शीर्षक – शुष्क जीवन
Manju sagar
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
कहते हैं
कहते हैं
हिमांशु Kulshrestha
रंगों का बस्ता
रंगों का बस्ता
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
Basant Bhagawan Roy
दोहे - नारी
दोहे - नारी
sushil sarna
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हुई कोशिशें सदियों से पर
हुई कोशिशें सदियों से पर
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
होली पर
होली पर
Dr.Pratibha Prakash
मर्म का दर्द, छिपाना पड़ता है,
मर्म का दर्द, छिपाना पड़ता है,
Meera Thakur
नया नया अभी उजाला है।
नया नया अभी उजाला है।
Sachin Mishra
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
कितना अजीब ये किशोरावस्था
कितना अजीब ये किशोरावस्था
Pramila sultan
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"अवमानना"
Dr. Kishan tandon kranti
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Sonam Puneet Dubey
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद
मनोज कर्ण
शब्द
शब्द
Ajay Mishra
Loading...