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23 May 2021 · 1 min read

कहाँ से लाओगे

सब-कुछ होगा याद कहाँ से लाओगे।
मुझको…..मेरे बाद कहाँ से लाओगे।

लाखों आशिक शहरों में मिल जाएंगे,
मुझ जैसा फरहाद कहाँ से लाओगे।

दीवारों पर छत रखवा तो सकते हो,
पर घर की बुनियाद कहाँ से लाओगे।

पर-पकवान बहुत खाओगे, लेकिन तुम,
ममता वाली स्वाद कहाँ से लाओगे।

पलकों पर आँसू को लाना आसां है,
होठों पर नौशाद कहाँ से लाओगे।

दौलत से हर चीज खरीदी जाएगी,
सांस्कारिक औलाद कहाँ से लाओगे।

3 Likes · 6 Comments · 564 Views
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