कहाँ लिखूँ कैसे लिखूँ , कहाँ लिखूँ कैसे लिखूँ , पता नहीं है पास । छोड़ गए मुझको पिता , दे कर अनबुझ प्यास ।। सुशील सरना / 16-6-24