कहाँ मिलेंगे तेरे क़दमों के निशाँ
कहाँ मिलेंगे तेरे क़दमों के निशाँ
ये बता दो कान्हा
कहाँ होंगे तेरी मोहिनी सूरत के दीदार
ये बता दो कान्हा
कहाँ मिलेंगे तेरी रास लीला के निशाँ
ये बता दो कान्हा
कहाँ सुनाई देगी तेरी बांसुरी की धुन
ये बता दो कान्हा
कहाँ मिलेंगे तेरे सखा सुदामा
ये बता दो कान्हा
कहाँ सुनाई देंगे , गौओं की घंटी के स्वर
ये बता दो कान्हा
कहाँ मिलेंगे तेरे सखा तेरे मित्र
ये बता दो कान्हा
किस तरह मैं तेरा शागिर्द हो जाऊँ
ये बता दो कान्हा
कहाँ मिलेंगे तेरे क़दमों के निशाँ
ये बता दो कान्हा
कहाँ होंगे तेरी मोहिनी सूरत के दीदार
ये बता दो कान्हा