कहमुकरी
कहमुकरी
जपूँ अहर्निश उसका नाम।
बनाए बिगड़े सारे काम।
वही मुक्ति वही चारों धाम।
क्या सखि साजन ? ना सखि राम।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
कहमुकरी
जपूँ अहर्निश उसका नाम।
बनाए बिगड़े सारे काम।
वही मुक्ति वही चारों धाम।
क्या सखि साजन ? ना सखि राम।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद