कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता।
बन जाता यह भारत महान, गरीब कोई अब नहीं होता।।
कहने से हो जाता विकास—————–।।
आजादी का जश्न हसीन, होता है हरवर्ष यहाँ।
बहता है पानी की तरह, इसपे रुपया बहुत यहाँ।।
भाषण तो होते हैं बहुत, वादा पूरा यह नहीं होता।
कहने से हो जाता विकास तो—————।।
बहता है यहाँ खून अभी भी, जाति-धर्म- भाषा के लिए।
फैला है भ्रष्टाचार बहुत यहाँ, जीते हैं सब खुद के लिए।।
अमीर हुआ है ज्यादा अमीर यहाँ, जो भूखा कभी नहीं सोता।
कहने से हो जाता विकास तो——————।।
यहाँ बिकती है बाजार में , सभ्यता और संस्कृति।
दौलत से जुड़े हैं रिश्तें सभी, मारी गई है सबकी मति।।
करता है कोई उपकार अगर, बिना लाभ वह नहीं होता।
कहने से हो जाता विकास तो—————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)