कहने को है बहुत कुछ शब्दों के बाज़ार में
कहने को है बहुत कुछ शब्दों के बाज़ार में
लेकिन कुछ क्षण मौन रह तुझे देखना चाहता हूँ,मैं
थक सा गया हूँ,रोशन आफताब की तपीश में
तेरी ज़ुल्फ़ों के साये तले रहना चाहता हूँ,मैं
भूपेंद्र रावत
24।05।2020
कहने को है बहुत कुछ शब्दों के बाज़ार में
लेकिन कुछ क्षण मौन रह तुझे देखना चाहता हूँ,मैं
थक सा गया हूँ,रोशन आफताब की तपीश में
तेरी ज़ुल्फ़ों के साये तले रहना चाहता हूँ,मैं
भूपेंद्र रावत
24।05।2020