कहना था तुम से
१.
बिना नून के सालन जैसे गुजर जाता है मौसम
जब, गुफ़्तगू आप से होती नही
बैठी रह जाती हूँ कुछ तकते, मगर मैं रोती नही !
…सिद्धार्थ
२.
कहना था तुम से
सांस में बसते हो सरगम बन के
कह दिया आती जाती हवा हो तुम
कहना था
कुछ भरी डालियाँ कुछ खाली पत्ते
जो तुमको तकते होंगे
आँखे मेरी उसी में है गुम – सुम
पर कह दिया बस दुआ हो तुम
…सिद्धार्थ