कहते हैं जबकि हम तो
कहते हैं जबकि हम तो, यू आर ब्यूटीफुल।(फ्लावर)
कहती हो हमको क्यों तुम, यू आर वेरीफुल।।(मूर्ख)
बताओ कुछ तो हमको, कहाँ हुई है हमसे भूल।
कहते हैं जबकि हम तो————————–।।
नहीं होगा हम जैसा, तारीफ करें तेरी फोकट में।
कौन मरने को तैयार है, आखिर तेरी चौखट पे।।
दुनिया है देखो कैसी, ताजी और मोटी- तकड़ी।
आखिर क्या खाती हो तुम, दिखती हो सूखी लकड़ी।।
तुमको देते हैं यही सलाह, खाया करो तुम गोफी फूल।
कहती हो हमको क्यों तुम, यू आर वेरीफुल।।
बताओ कुछ तो हमको, कहाँ हुई है हमसे भूल।
कहते हैं जबकि हम तो———————।।
गाती हो किसके लिए, यह गीत जूली वेरी।
कौन है यहाँ तितरी, मन्शा क्या है तेरी।।
पूछती हो क्यों यह तुम, कब होगी शादी मेरी।
मैं तो जी आज़ाद हूँ , लेकिन पसंद हो तुम मेरी।।
तुमसे है मोहब्बत सच्ची, करिये तुम इसको कबूल।
कहती हो हमको क्यों तुम, यू आर वेरीफुल।।
बताओ कुछ तो हमको, कहाँ हुई है हमसे भूल।
कहते हैं जबकि हम तो———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)