Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Nov 2024 · 1 min read

कहतें हैं.. बंधनों के कई रूप होते हैं… सात फेरों का बंधन,

कहतें हैं.. बंधनों के कई रूप होते हैं… सात फेरों का बंधन, सात जन्मों का बंधन – जन्मों जन्मों का बंधन… पर एक बंधन और भी होता है… मन से मन का बंधन…!!!

रेशम सा… बहतें नीर सा.. हवाओं मे बहता सा.. महकते इत्र सा.. बांधे एक ही.. डोर से.. मन से मन को… हर भीड़ मे तलाशती.. एक दूसरें को.. उस नाम को.. उसके लिखे शब्दों को.. यही तो है.. मन से मन का बन्धन !!!

देखते सुनते… जाने कब.. कैसे.. खुद की आत्मा … मन.. और मौन… मिल से ज़ातें हैं… बंध से जाते हैं… और फिर… प्रेम हो जाता है.. बस हो जाता है… – एक दूसरें को.. मन से मन को.. शायद इस बंधन मे… कोई अग्नि साक्षी नही.. हवन नही.. कोई सात वचन नही… पर सबसे निकट.. अलग है ये..!!!
न बांधने की चाहत.. न छूटने का मन.. बस ऐसा है ये.. मन से मन का बंधन…!!!

14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राख के ढेर की गर्मी
राख के ढेर की गर्मी
Atul "Krishn"
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
SPK Sachin Lodhi
#प्रसंगवश-
#प्रसंगवश-
*प्रणय*
राखी की यह डोर।
राखी की यह डोर।
Anil Mishra Prahari
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभ मंगलकामनाएं
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभ मंगलकामनाएं
Lokesh Sharma
"उपकार"
Dr. Kishan tandon kranti
हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है
हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है
Adha Deshwal
न बदले...!
न बदले...!
Srishty Bansal
अकथ कथा
अकथ कथा
Neelam Sharma
जीवन  के  हर  चरण  में,
जीवन के हर चरण में,
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
One-sided love
One-sided love
Bidyadhar Mantry
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
सत्य कुमार प्रेमी
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
gurudeenverma198
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
स्त्री यानी
स्त्री यानी
पूर्वार्थ
.... कुछ....
.... कुछ....
Naushaba Suriya
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
अक्सर सच्ची महोब्बत,
अक्सर सच्ची महोब्बत,
शेखर सिंह
"अहम्" से ऊँचा कोई "आसमान" नहीं, किसी की "बुराई" करने जैसा "
ललकार भारद्वाज
4930.*पूर्णिका*
4930.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Neeraj Agarwal
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
Shweta Soni
*तितली (बाल कविता)*
*तितली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मनमुटाव सीमित रहें,
मनमुटाव सीमित रहें,
sushil sarna
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
Vijay kumar Pandey
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
इंसान हूं मैं आखिर ...
इंसान हूं मैं आखिर ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...