कहता है कोई
कोई कहता हैं ,
बीवी बुरी हैं !
बहुत चिल्लाती हैं ,
बहुत भाषण देती हैं !
मगर कोई यह नही कहता हैं ,
बीवी मेरे लिये कितना चिन्ता करती हैं !
मैं गर घर न आऊं ,
खाना नही खाती वो !
मैं गर बीमार पड़ जाऊँ ,
दर्द होती हैं उसको !
खाना भी बिस्तर पर ले आती हैं ,
खुद अपनी हाथों से खिला देती हैं !
तभी ओ चिल्लाती हैं ,
कहती हैं उसे भी पति प्यारा हैं !
उसकी तो जिन्दगी ही उसका पति हैं ,
न माँ हैं न बाप हैं ……