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Dr fauzia Naseem shad
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16 Nov 2024 · 1 min read
कसौठी पे अपनी
कसौठी पे अपनी
किसी को न कसते ।
बदलना ही था गर
तो खुद को बदलते।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद
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