कसम से शिथिल तन हुआ है
कसम से शिथिल तन हुआ है,
आलस्य से शरीर टूट सा गया है।
निष्क्रिय दिन भर पड़ा रहने से,
जीवन मेरा जैसे थम सा गया है।
अपने इस आलस्य को मिटा दूंगा,
अपने शरीर को मजबूत बनाऊंगा।
मैं उठूंगा, चलूंगा, और दौड़ूंगा भी
जीने का नया तरीका सिखलाऊंगा।
– सुमन मीना (अदिति)