कसमकस, काफी काफी कसे कसे l
कसमकस, काफी काफी कसे कसे l
बेवकूफ बाजार में, बसे बसे ll
पापी पहचान व पाप पहचाने l
फालतू फालतू बने, फसे फसे ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
कसमकस, काफी काफी कसे कसे l
बेवकूफ बाजार में, बसे बसे ll
पापी पहचान व पाप पहचाने l
फालतू फालतू बने, फसे फसे ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न