*कविवर रमेश कुमार जैन*
कविवर रमेश कुमार जैन
••••••••••••••••••••••••••••••••••• श्री रमेश कुमार रमेश कुमार जैन साहब मूल रूप से एक शोधकर्ता हैं । शोधकर्ता भी ऐसे कि जिस विषय पर अथवा जिस क्षेत्र में खोज करनी है ,जब तक उसकी गहराई में जाकर एक – एक चीज का प्रामाणिक रूप से परिचय प्राप्त नहीं कर लेंगे , तब तक वह संतुष्ट नहीं होते । उनके अनेक शोध कार्य इसीलिए अधूरे पड़े हैं क्योंकि अभी तक वह पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। मैंने कई बार उनसे आग्रह किया कि आप जितना कार्य कर चुके हैं ,उन्हीं को प्रकाशित कर दें । लेकिन वह तैयार नहीं हैं। इसी श्रंखला में बाबा लक्ष्मण दास समाधि तथा कुछ अन्य कार्य भी रुके पड़े हैं।
बातों – बातों में रमेश कुमार जैन जी ने रामपुर के प्रसिद्ध आशु कवि स्वर्गीय श्री कल्याण कुमार जैन “शशि” जी का स्मरण किया । आपने बताया कि आपके बाग आनंद वाटिका में शशि जी की काव्य- – पुस्तक कलम का विमोचन श्री महावीर सिंह जी जज साहब के कर कमलों से आप ने कराया था । उसके उपरांत खराद काव्य पुस्तक का विमोचन तत्कालीन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री चेन्नारेड्डी के कर – कमलों से आनंद वाटिका में संपन्न हुआ था । यह दोनों ही कार्यक्रम बहुत प्रभावशाली रहे थे ।
चेन्ना रेड्डी के साथ अपने संपर्कों का एक स्मरण करते हुए आपने कहा कि एक बार चेन्नारेड्डी साहब को रामपुर से गुजरना था और रुकना नहीं था । लेकिन जब मैं फूलों की माला लेकर गेस्ट हाउस, चर्च के सामने, सिविल लाइंस पर खड़ा हो गया और जब चेन्ना रेड्डी साहब की कार सामने से गुजरी, तब मैंने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया और मुझे देखते ही चेन्ना रेड्डी साहब ने कार को रुकवाया ,पीछे किया और फिर उसके बाद कहने लगे “पीने का पानी क्या मिलेगा ?” बस फिर क्या था ,गेस्ट हाउस में जलपान का तो पूरा प्रबंध पहले से ही था । चेन्नारेड्डी साहब रमेश कुमार जैन के साथ करीब आधा घंटा रुके रहे । लखनऊ स्थित श्री चेन्ना रेड्डी के निवास पर भी आपका उन दिनों जब वह गवर्नर थे अनेक बार जाना होता था ।
रमेश कुमार जैन वास्तव में एक मस्त फकीर हैं। दुनिया से लगभग बेखबर लेकिन इतिहास में और इतिहास की बारीकियों में डूबने वाली व्यक्ति हैं। वह कल्पनाओं में विचरण करते हैं और मूलतः मैं उन्हें एक कवि ही मानता हूँ। उनकी कविता की शैली अतुकांत है । सच पूछिए तो वह खुद में एक अतुकांत व्यक्ति हैं। अपने में खोए रहने वाले हैं । लेकिन अपनी हर गतिविधि से वह हमें उच्च मूल्यों से जोड़ते हैं।
••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
लेखक : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451