कविवर नीरज जी के प्रति श्रद्धा सुमन व्यक्त करते हुए एक कुंडल
कविवर नीरज जी के प्रति श्रद्धा सुमन व्यक्त करते हुए एक कुंडलिया
नीरज जी (कुंडलिया)
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गाते जीवन भर रहे , सरल सलोने गीत
नीरज जी दिल में बसे ,बनकर प्यारे मीत
बनकर प्यारे मीत , कंठ अद्भुत था पाया
वह रस वह आह्लाद ,नहीं वापस फिर आया
कहते रवि कविराय , याद अब भी हैं आते
कवियों के सिरमौर , मधुर नीरज जी गाते
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लेखक: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451